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अखिलेश यादव ने ली गंगा मइया की कसम, सत्ता में आने पर सार्वजनिक करेंगे जातियों के आंकड़े

प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी प्रयागराज कुंभ में डुबकी लगाने पहुंच गए। कल प्रयागराज दौरे में उन्होंने संगम तट पर त्रिवेणी में डुबकी लगाने के साथ ही केंद्र सरकार से उत्तर प्रदेश सरकार के लिए किला दान में मांग लिया। इस दौरान उनके साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि भी थे।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार से संगम किनारे का किला प्रदेश सरकार को दान करने की अपील की है। कल अखिलेश यादव ने नरंजनी अखाड़े में श्रीमहंत स्वामी नरेंद्र गिरि से आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सम्राट हर्षवर्धन ने कुंभ की परंपरा को आगे बढ़ाया। हजारों वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है। हर्षवर्धन यहां आते थे सब दान करके चले जाते थे। अब केंद्र सरकार किला प्रदेश सरकार को दान करे क्योंकि अक्षयवट देखने का मौका मिल रहा है, गंगा-यमुना भी सामने हैं लेकिन सरस्वती नहीं दिखाई देतीं, वह किले में कैद हैं। भाजपा ने सरस्वती को ढूंढने का वादा किया था।

अखिलेश यादव ने कहा गंगा मइया की कसम खाकर कहता हूं कि जनता सपा की सरकार बनवाए तो हम जाति के आकड़े सार्वजनिक करेंगे। किस जाति की जनसंख्या कितनी है यह पता चलेगा, ताकि लोग एक दूसरे के प्रति नफरत न फैलाएं। उन्होंने कहा कि सपा पर आरोप लगाया जाता है कि यादवों का भला किया। सपा जाति की राजनीति नहीं करती। अब भाजपा की सरकार है, सभी जातियों की गणना करा ली जाए। सब सच सामने आ जाएगा, कहां कितने यादवों को नौकरी मिली, पता चल जाएगा।

अखिलेश ने कहा कि गंगा नदी साफ हों, इसके लिए और काम करने की जरूरत है, क्योंकि नदियां हमारी सभ्यता हैं। इसके किनारे सभ्यताएं विकसित हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य है कि हमारा कार्यक्षेत्र गंगा के किनारे है और जन्म यमुना के किनारे के शहर में हुआ। अब समाजवादी पार्टी को सत्ता में वापसी का मौका मिला तो जिस तरह गोमती और वरुणा नदियों को साफ करने के लिए काम किया गया, उसी तरह गंगा के लिए भी किया जाएगा। अखिलेश ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि साधु-संत मंदिर चाहते हैं लेकिन यह मामला सर्वोच्च अदालत को तय करना है।

प्रियंका गांधी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के लोग राजनीति में अधिक से अधिक आएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन जनता का गठबंधन है। इसे जनता समर्थन देगी। कुंभ के किनारे कैबिनेट हो जाए लेकिन किसान खुशहाल न हों, नौजवानों को नौकरी न मिले तो सब बातें अधूरी रह जाती हैं।

बुलाने की जरूरत नहीं, आस्था के साथ आते हैं श्रद्धालु

निरंजनी अखाड़े में आए अखिलेश यादव ने कहा कि कुंभ व अर्द्ध कुंभ में किसी को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती, यह इसलिए सफल होता है कि श्रद्धालु यहां आस्था के साथ आते हैं। श्रद्धालुओं को जिनसे मिलना होता है यहां पर मिलते हैं, कर्मकांड करते हैं, चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ आशीर्वाद का भंडार है, इसलिए यहां संतों का आशीर्वाद लेने आया हूं। साधु संत देश की परंपरा और संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। श्रीमहंत स्वामी नरेंद्र गिरि से हमारा संपर्क बहुत पुराना है। कुंभ में आएं और स्वामी जी न मिलें तो यहां आना अधूरा है। संगम में संतों से मुलाकात हुई है। यहां से अनुभव और प्रेरणा मिलती है। स्वामी नरेंद्र गिरि ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि अखिलेश को पूरा समर्थन है।

संगम में डुबकी लगाई, हनुमानजी का दर्शन किया

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संगम में स्नान किया और बांध स्थित लेटे हनुमानजी का दर्शन पूजन भी किया। निरंजनी अखाड़े से अखिलेश श्रीमहंत स्वामी नरेंद्र गिरि के साथ निकले और सीधे किला स्थित वीआईपी घाट पहुंचे। यहां से बोट से संगम गए। संगम में डुबकी लगाने के बाद वापसी में लेटे हनुमानजी के मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने स्वामी नरेंद्र गिरि की मौजदूगी में विधि विधान से पूजन किया।