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तेजप्रताप का तलाक:लालू-राबड़ी की लछमिनिया बहू वापस घर आ पाएगी?

पटना । लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव, जो अपने बनते बिगड़ते मूड के लिए जाने जाते हैं। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा स्वभाव वाले तेजप्रताप यादव अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक के फैसले पर अड़े हुए हैं। उन्होंने पत्नी एेश्वर्या पर खुला आरोप लगाया है कि वो अपने पिता के लिए छपरा सीट का टिकट चाहती थीं और कहा कि जब टिकट नहीं मिल सकता तो तुमसे शादी का फायदा क्या? इसके अलावे तेजप्रताप ने पत्नी पर कई गंभीर अारोप लगाते हुए कोर्ट में तलाक की अर्जी दी जिसपर गुरुवार को सुनवाई हुई।

लालू को मिली एेसी बहू, बेटे की जिद ने बिगाड़ी बात

पिछले साल बेटों की शादी के मामले में लालू ने कहा था कि हमें ऐसी बहू चाहिए जो सास से न लड़े। साथ ही पत्नी राबड़ी की पढ़ी-लिखी और संस्कारी बहू की शर्त को भी सही ठहराते हुए उन्होंने कहा था कि वो एकदम ठीक कहती हैं।

लालू यादव ने तब ये भी कहा था कि वे और राबड़ी दोनों बुजुर्ग हो गए हैं, उन्हें ऐसी बहू चाहिए जो संस्कार वाली हो घर को अच्छे से चलाए। हम तो बेटों का अरेंज मैरिज करना चाहते हैं। साथ ही लालू ने इस बात पर भी जोर दिया कि सबसे ज्यादा यह जरुरी है कि लड़का-लड़की एक दूसरे को पसंद हों।

राबड़ी ने खुद पसंद की थी अपनी बड़़ी बहू

एेश्वर्या को राबड़ी ने खुद ही अपने बड़ी बहू के रूप में पसंद किया था और लालू प्रसाद ने होने वाली बहू ऐश्वर्या राय से खुद फोन पर बात कर उसे सौभाग्यशाली बताया था और कहा था कि  तुम्हारे घर में पैर पड़ते ही सबकुछ ठीक होने लगा है। लेकिन, शादी के छह महीने बाद ही बेटे तेजप्रताप की जिद के कारण उनके तमाम सपने चकनाचूर हो गए हैं।

तेज प्रताप यादव ने अपनी शादी के छह महीने के अंदर ही दो नवंबर को पत्नी एेश्वर्या राय से तलाक के लिए फैमिली कोर्ट में अर्जी दायर की। तेजप्रताप यादव ने कहा कि उनके और उनकी पत्‍नी ऐश्‍वर्या राय के बीच पिछले कुछ समय से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था।

तेज प्रताप यादव ने तलाक की अर्जी देने से पहले ही अपने ट्विटर, इंस्‍टाग्राम अकाउंट से शादी की सभी तस्‍वीरें डिलीट कर दी थीं। गौरतलब है कि तेज प्रताप और उनकी पत्‍नी ऐश्‍वर्या की एक फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गई थी। तेज प्रताप ने शादी के बाद अपनी पहली तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर किया था।

तलाक की अर्जी पर मचा हंगामा

तलाक का फैसला तेजप्रताप और एेश्वर्या का नितांत निजी मामला है, लेकिन चूंकि वो लालू यादव के बेटे हैं और बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखते हैं, इसीलिए उनके फैसले पर सबकी निगाहें टिकी हुईं हैं।लालू परिवार किसी तरह इस समस्या का हल निकालने में लगा है, लेकिन तेजप्रताप की जिद से परिवार के साथ-साथ पार्टी पर भी असर पड़ सकता है।

फैसले पर अडिग तेजप्रताप

तेज प्रताप यादव ने तलाक पर बयान देते हुए कहा था कि मैं घुट-घुटकर जी रहा था। हम न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। साथ ही उन्होंने कहा था कि घुट-घुट कर जीने से अच्छा है रास्ता अलग हो जाए। लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या से करीब 5 माह पहले ही पटना में शादी हुई थी। तेज प्रताप यादव की शादी 12 मई को पटना में बड़ी धूमधाम से हुई थी।

सुलह की कोई गुंजाईश नहीं

तेजप्रताप की जिद और उनकी परिवार से बनाई गई दूरी को देखकर लालू परिवार भी अब यह मान चुका है कि तेजप्रताप सुलह की कोई गुंजाइश नहीं रहने देना चाहते। तेजस्वी ने भी कहा कि दोनों बालिग हैं और वे फैसला लेने में सक्षम हैं। इसलिए इसे कोर्ट को ही निपटाने दिया जाए।

तेजप्रताप ने घर से बना ली है दूरी

हालांकि, तेजप्रताप तलाक की अर्जी देने के बाद घर से दूरी बनाए हुए हैं, वो 27 दिनों बाद पटना लौटे। लेकिन, घर नहीं गए। होटल में रूके रहे। होटल से सीधे कोर्ट पहुंचे और कोर्ट में याचिका पर सुनवाई के दौरान मौजूद रहे और कोर्ट से निकलते हुए फिर दो टूक कहा कि मैं अपने फैसले पर अडिग हूं, अपनी लड़ाई खुद लड़ूंगा। बता दें कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान ना तो राजद का कोई सदस्य ही मौजूद था और ना ही परिवार का।

तेजप्रताप के बयान से साफ लग रहा था कि वो अपने फैसले से मुकरने वाले नहीं हैं। कहा जा रहा है कि जबतक कोर्ट की सुनवाई चली, तबतक लालू यादव ने पल-पल की जानकारी ली और बेटे के फैसले से दुखी हुए। लालू की तबीयत खराब है और उनका शुगर लेवल बढ़ा हुआ है।

लग रहे थे कयास, मान जाएंगे तेजप्रताप

एेसा लग रहा था कि पिता की तबीयत या मां राबड़ी की नसीहत काम आएगी, तेजप्रताप मान जाएंगे और तलाक की अर्जी वापस ले लेंगे। लेकिन, किसी की कोई पहल काम नहीं आई। शायद तेजप्रताप इसलिए भी घर नहीं जा रहे कि मां या भाई उनपर किसी तरह का दबाव बनाकर केस की अर्जी वापस लेने की बात ना कहें।

क्या हो सकता है असर

हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि अबतक तेजप्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय के परिवार ने इस मसले पर चुप्पी साध रखी है और जब तक एेश्वर्या का परिवार इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं देता, इसका कोई असर नहीं होने जा रहा है।

गुरुवार का बदलता परिदृश्य देखकर यही लगता है कि लालू परिवार भी अब इस तलाक प्रकरण से आगे बढ़ना चाहता है। क्योंकि, इधर कोर्ट में तेजप्रताप यादव की हाजिरी हुई तो उधर मां राबड़ी देवी विधानपरिषद में चल रहे विपक्ष के हंगामे तो तेजस्वी विधानसभा में चल रहे हंगामे में व्यस्त थे।

दोनों ने विधानसभा सत्र के दौरान जिस तरह की सक्रियता दिखाई है, इससे जाहिर होता है कि तेजस्वी यादव अपनी सियासत की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। तो वहीं तेजप्रताप की मां राबड़ी देवी भी राजनीति में काफी सक्रिय हो गई हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि तलाक के फैसले का लालू परिवार के मनोबल पर तो असर जरूर पड़ेगा, लेकिन राजनीतिक नुकसान नहीं होगा।