जम्मू। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिछले तीन दिन में दो बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। इसकी आड़ में नियंत्रण रेखा के बाद अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर हालात बिगाड़ने के लिए सीमा पार संदिग्ध गतिविधियां बढ़ रही हैं। ऐसे में सीमा सुरक्षा बल ने दुश्मन के मंसूबे नाकाम बनाने के लिए सुरक्षा के स्तर को और बढ़ा दिया है। बीते कुछ दिनों से लगातार सरहद के उस पार सक्रिय आतंकी दलों ने घुसपैठ के प्रयास किए हैं। पाक क्षेत्राधिकार वाले गंडेयाल, सैदावाली, टीपू, सकरोरी, भोई ब्राहम्णां, जंगूचक, लैडी कलां, चोहाला, धमाला नाला आदि क्षेत्रों में सक्रिय आतंकी दल भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की पूरी तैयारियों में हैं।
पाकिस्तानी गत सोमवार को भी गोलीबारी के बीच आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की कोशिश की थी। इसके बाद मंगलवार को भी हीरानगर सेक्टर में आईबी के पास संदिग्ध हरकत देखी गई। हाई अलर्ट घोषित करते हुए सीमा सुरक्षा बल के जवानों को किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने को तैयार रहने की हिदायत दी गई है।
आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण
आने वाले दिन चुनाैतीपूर्ण हैं। भारतीय सीमा पर धान की फसल कट गई है, आने वाले दिनों में पाकिस्तानी इलाके में भी फसल कट जाने के बाद रेंजर्स गोलाबारी कर कड़े तेवर दिखा सकते हैं। अपने इलाके में खड़ी फसल कट जाए, इसके लिए पाकिस्तान रेंजर्स नवंबर महीने में पहले सेक्टर कमांडर व उसके बाद बटालियन कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग कर चुके हैं। ये दोनों बैठकें पाकिस्तान के आग्रह पर हुई व इनके चंद घंटों के बाद ही पाकिस्तान की ओर से खूनखराबा करने के लिए कार्रवाई हुई। इससे साबित हो गया कि पाकिस्तान सीमा प्रहरियों से फ्लैग मीटिंग, उन्हें सिर्फ गुमराह करने की मंशा के साथ ही करता है। नवंबर महीना भी काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। इस दौरान आधा दर्जन से अधिक बार पाकिस्तान के स्नाइपर्स ने जम्मू संभाग में सीमा प्रहरियों, सैनिकों को निशाना बनाया है। इस दौरान सेना के एक पोर्टर समेत तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं।
पाकिस्तान ने रणनीति में किया बदलाव
सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हालात बिगाड़ने को पाकिस्तान गोलाबारी करने से बाज नही आता है। जब वह खेती के दिनों में गोले दागते हैं तो कड़ी जवाबी कार्रवाई में उसके इलाके में ज्यादा जानमाल का नुकसान होता है। ऐसे में उसने अपनी रणनीति में बदलाव लाया है। यह तय है कि सीमा पार फसल कट जाने के बाद वह अपना असली चेहरा दिखाएगा। इसका सामना करने के लिए हमारी ओर से पूरी तैयारी की गई है। हमारी ओर फसल की कटाई लगभग पूरी हो गई है।
घुसपैठ के प्रयास किए विफल
आतंकियों द्वारा किए जा रहे घुसपैठ के प्रयासों को बीएसएफ सतर्क जवान कामयाब होने का कोई मौका नहीं दे रहे। सब सेक्टर रामगढ़ के अग्रिम कंदराल, अरनिया सब सेक्टर पीतल पोस्ट पर पाक रेंजरों ने गोलीबारी की आड़ में आतंकियों को भारतीय सीमा पार करवाने की कोशिश की। सरहद की सुरक्षा में मुस्तैद बीएसएफ जवानों ने जवाबी कार्रवाई करके आतंकियों को उलटे पांव लौटने को मजबूर किया। सांबा, रामगढ़, अरनिया, हीरानगर, आरएसपुरा, पलांवाला आदि प्रमुख क्षेत्रों में सरहद पर हाई अलर्ट घोषित किया गया है। सरहद पर होने वाली आतंकी घुसपैठ घटनाओं से जाहिर है कि पाक रेंजर्स अगांमी धुंध के दिनों में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के इरादे पाल रहे हैं।
थ्री टीचर सुरक्षा व्यवस्था की गई
सीमांत क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसएसपी सांबा केके शर्मा ने कहा कि भारतीय जवान हर स्थिती से निपटने में सक्षम हैं। पाक की नापाक करतूतों को नाकाम बनाने के लिए भारतीय क्षेत्रों की थ्री-टीयर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाया जा चुका है। अग्रिम सीमा के साथ ग्रामीण व शहरी इलाकों की सुरक्षा में भी कोई कमीं नहीं छोड़ी जा रही है। पाक की हर नापाक हरकत का उसे करारा जवाब मिल रहा है। उन्होंने सीमांत लोगों को अपने आसपास की सुरक्षा और किसी संदिग्ध हलचल व व्यक्ति को देखे जाने पर तुरंत पुलिस को सूचित करने की अपील भी की।