चिराग ने कुशवाहा को दो नाव में सवारी ना करने की दी नसीहत

लोजपा सांसद चिराग पासवान ने रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा को साफ शब्दों में कहा है कि राजग के नेताओं की आलोचना करना है तो गठबंधन छोड़कर बाहर जाएं। उन्होंने कुशवाहा को दो नावों की सवारी ना करने की भी नसीहत दी। इधर, कुशवाहा ने प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा है। बताया जा रहा है कि कुशवाहा की 30 नवंबर को प्रधानमंत्री से मुलाकात हो सकती है।

सोमवार को जमुई के दौरे के दौरान चिराग पासवान ने रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को दो नाव पर नहीं चढ़ने की नसीहत दी है। किसी भी नेता का अपने ही गठबंधन के सहयोगियों के खिलाफ बोलना गलत बात है। चिराग ने कहा कि इससे साफ लगता है कि कुशवाहा एनडीए गठबंधन से अलग होना चाहते हैं। उनका सीट शेयरिंग के मुद्दे पर डेडलाइन और अल्टीमेटम देना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि कुशवाहा फिलहाल दबाव की राजनीति कर रहे हैं। इसके साथ ही चिराग ने भाजपा से जल्द ही सीटों का एलान करने की मांग भी की।

राम मंदिर पर अध्यादेश लाने से पहले सहयोगियों से चर्चा करें भाजपा : चिराग

इधर, राम मंदिर के मसले पर चिराग ने कहा है कि यह एजेंडा भाजपा का है और हम चाहते हैं कि इस मसले का हल कोर्ट से ही निकले। उन्होंने कहा कि अगर राम मंदिर को लेकर सरकार कोई अध्यादेश या बिल लाने की सोचती है तो पहले एनडीए के घटक दलों से इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए।  दूसरी ओर अब रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अंतिम उम्मीद के तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी का दरवाजा खटखटाया है।

जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा है। कुशवाहा ने पीएम से 27 नवंबर से 30 नवंबर के बीच किसी भी दिन मिलने का समय मांगा है, जिसमें वो पीएम को बिहार राजग की राजनीतिक परिस्थितियों से अवगत कराएंगे। माना जा रहा है कि इसी मुलाकात में वो पीएम से सीट की मांग करेंगे। हाल के दिनों में उनकी मांग को लगातार भाजपा के शीर्ष स्तर से नकारा गया है ऐसे में ये उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम से मुलाकात के बाद वो राजग में रहने या छोड़ने का फैसला लेंगे।