राम जन्मभूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने राम मंदिर निर्माण का मुद्दा लटकाने के लिए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। वेदांती ने कहा कि इस समय देश में मोदी सरकार है और मोदी राज में न तो अयोध्या में कोई दंगा होगा और न ही खून खराबा होगा।
शिवसेना के अयोध्या मामले में एंट्री लेने पर वेदांती ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों का राम मन्दिर निर्माण में स्वागत है, लेकिन शिव सेना हिंदुओं को आपस में लड़ाने की साजिश का हिस्सा बन रहीं है। भाजपा के पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष राम विलास वेदांती आज मिशन मोदी अगेन पीएम के प्रशिक्षण शिविर को सम्बोधित करने मुरादाबाद पहुंचे।
राम विलास वेदांती ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सभी रामभक्तों को उम्मीद थी कि न्यायालय के फैसले से राम मंदिर निर्माण का कार्य 2018 से शुरू होगा, लेकिन कांग्रेस ने पिछले सत्तर साल की तरह इस बार भी न्यायालय में मामले को लटकाने की हर सम्भव कोशिश की है।
हिन्दुओं को आपस में लड़ाने का षडयंत्र रच रही शिवसेना
शिवसेना पर निशाना साधते हुए राम विलास वेदांती ने कहा कि शिवसेना कुछ लोगों की प्रेरणा से हिन्दुओं को आपस में लड़ाने का षडयंत्र रच रही है। राम विलास वेदांती ने शिव सेना प्रमुख उद्वव ठाकरे को न्यौता दिया है कि वह धर्म सभा में आये और कहें कि शिवसेना मन्दिर निर्माण के लिए विहिप और भाजपा के साथ है।
वेदांती ने कहा कि विहिप के आंदोलन से ही आज भाजपा इतना ऊंची उठी है और राजनैतिक स्थितियां भी भाजपा के पक्ष में है ऐसे भी सभी हिंदूवादी संगठन चाहते है कि राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो। न्याय अगर अन्याय करना शुरू कर दे तो धैर्य टूट जाता है और हिंदुओं के साथ मुसलमान भी चाहते है कि राम मंदिर निर्माण हो।
राम विलास वेदांती के मुताबिक राम लला का मंदिर बनाने के लिए सबको आगे आना चाहिए। वेदांती ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अगर सेना लगाने की मांग कर रहें है तो वो यहीं चाहते है कि मुलायम सिंह सरकार में जैसे गोली चली थी और कर्फ्यू लगा था वैसा ही इस बार भी हो।