आर्म्स एक्ट मामले में फरार चल रही पूर्व समाज कल्याण मंत्री ने मंगलवार को मंझौल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस से बचने के लिए पूर्व मंत्री सलवार सूट में चेहरा ढंककर सरेंडर करने पहुंची थी। अपने अधिवक्ता के साथ वह एक लग्जरी कार में बैठ सीधे कोर्ट परिसर पहुंची। हालांकि पेशी के दौरान वह कोर्ट परिसर में ही बेहोश हो गई। आनन-फानन इलाज के लिए चिकित्सकों जो बुलाया गया।
पिछले बहुत दिनों से वह पुलिस को चकमा देकर फरार चल रही थी। मलूमहो कि इसी मामले में पूर्व मंत्री के पति चन्द्रशेखर वर्मा इसी कोर्ट में 29 अक्टूबर को सरेंडर किया था। फिलहाल वह अभी बेगूसराय मंडल कारा में बंद हैं।
मालूम हो कि चर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में पूर्व मंत्री के पति का नाम आया था। इसके बाद सीबीआई टीम ने 17 सितंबर को पूर्व मंत्री के चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र के श्रीपुर पंचायत के अर्जुन टोल स्थित आवास पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान सीबीआई ने 50 गोली बरामद की थी। सीबीआई के डीएसपी ने पूर्व मंत्री व उनके पति के खिलाफ चेरियाबरियारपुर थाने में आर्म्स एक्ट मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने भी मंजू वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर सरकार को फटकार लगाते हुए बिहार पुलिस के डीजीपी को कोर्ट में पेश होकर जवाब देने को कहा था।
आर्म्स एक्ट मामले में थी तलाश
मंजू वर्मा के बेगूसराय जिले के चेरियापरियारपुर स्थित ससुराल से सीबीआई को तलाशी में दर्जनों गोलियां मिली थीं। आर्म्स एक्ट के इस मामले में मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा ने बीते 29 अक्टूबर को सरेंडर किया था। मंजू वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर सर्वोच्च न्यायालय ने बिहार पुलिस को कड़ी फटकार लगाते हुए 27 नवम्बर तक मंजू वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर डीजीपी को हाजिर होने का आदेश दिया था। इसके बाद पुलिस ने मंजू वर्मा की तलाश में दबिश बढ़ा दी थी। बिहार और इसके बाहर दर्जनों ठिकानों पर मंजू वर्मा की तलाश में छापेमारी की गई लेकिन वह हाथ नहीं आईं। पिछले दिनों ही उनके घर की कुर्की जब्ती की गई थी।
एडीजी ने कहा पुलिस की दबिश से किया सरेंडर
एडीजी मुख्याल एसके सिंघल ने बताया कि मंजू वर्मा ने पुलिस की दबिश के चलते सरेंडर किया है। हम लगातार उनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई कर रहे थे। बिहार के अलावा हैदराबाद, दिल्ली समेत कई शहरों में छापेमारी की गई थी। इसके अलावा पटना एयरपोर्ट प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया था। एडीजी के मुताबिक उनकी चल संपत्ति को जहां कुर्क किया गया था वहीं मंगलवार को पुलिस उनके बैंक खातों को फ्रीज करनेवाली थी। यदि इसके बाद भी वह सामने नहीं आती तो हम उनकी अचल संपत्ति को भी जब्त करते।
बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का नाम आया था। इसके बाद सीबीआई ने पूर्व मंत्री के चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र की श्रीपुर पंचायत के अर्जुन टोल स्थित आवास पर 17 सितंबर को छापेमारी की थी। इसमें सीबीआई टीम ने उनके आवास से 50 कारतूस बरामद की थी। इस मामले में चेरियाबरियारपुर थाने में सीबीआई के अधिकारी ने पूर्व मंत्री और उनके पति के खिलाफ आर्म्स एक्ट में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी।