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बिहार: पथ निर्माण मंत्री बोले- देरी नहीं की जाएगी बर्दाश्त, मई तक हर हाल में पूरा करें गांधी सेतु का जीर्णोद्धार

बुधवार को विभागीय सभागार में अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में मंत्री ने आठ बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की। अधिकारियों को इन परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया।

मंत्री ने महात्मा गांधी सेतु के जीर्णोद्धार कार्य को हर हाल में 15 मई 2022 तक पूरा करने को कहा। मंत्री ने साफ कहा कि इस अवधि के बाद एजेंसी को अवधि विस्तार नहीं दिया जाएगा।

 गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले नए पुल पर कहा कि अक्टूबर 2024 में इसे पूरा होना है। लेकिन मौजूदा काम धीमा है। एजेंसी को क्रैश कार्यक्रम बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसे हर हाल में मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाए।

एनएच 106 वीरपुर-बिहपुर में बन रहे फुलौत ब्रिज की धीमी प्रगति पर मंत्री ने नाराजगी जताई। इस पुल का काम अब तक शुरू नहीं हो सका है। जनवरी के प्रथम सप्ताह में हर हाल में एजेंसी को काम शुरू करने को कहा गया।

आईडब्ल्यूएआई और वन्य संरक्षण अधिनियम के तहत कुछ मंजूरी मिलनी बाकी है। इस काम में तेजी लाने को कहा गया। मंत्री ने एनएच 82 बिहारशरीफ-गया की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई और इसमें तेजी लाने को कहा। निर्माण एजेंसी ने समय विस्तार के लिए मंत्रालय को लिखा है।

मंत्रालय के अधिकारियों को कहा गया कि वे एजेंसी को अविलंब समय वृद्धि दिलाएं। एनएच 104 शिवहर-सीतामढ़ी-जयनगर-नरहिया का काम लगभग 70 फीसदी पूरा हो चुका है। इस सड़क के शेष बचे काम को मार्च 22 तक पूरा करने को कहा गया।

। एनएच 80 मुंगेर-मिर्जाचौकी के लिए निविदा कार्यादेश होना है। तब तक एजेंसी को कहा गया कि वह मौजूदा सड़क को हर हाल में मेंटेन रखे।

बैठक में पथ निर्माण के अभियंता प्रमुख हनुमान चौधरी, मुख्य अभियंता अमरनाथ पाठक, अनिल कुमार सिन्हा व नीरज सक्सेना, सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय के क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रदीप कुमार लाल, समन्वयक मनोरंजन प्रसाद सिन्हा आदि अधिकारी मौजूद थे।