अन्ना हजारे दिल्ली के रामलीला मैदान में 23 मार्च से एक बार फिर सत्याग्रह शुरू करने जा रहे हैं। इसकी पटकथा लगभग तैयार हाे चुकी है।
नई दिल्ली। प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे दिल्ली के रामलीला मैदान में 23 मार्च से एक बार फिर सत्याग्रह शुरू करने जा रहे हैं। इसकी पटकथा लगभग तैयार हाे चुकी है। आंदोलन की इस कहानी की पटकथा छात्रों ने तैयार की है। ये छात्र दिल्ली में लगभग एक पखवाड़े से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस आंदोलन को स्वराज इंडिया का समर्थन हासिल है। बता दें कि देशभर से आए ये युवा कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षा मेें अनियमितता के खिलाफ आरोप लगाते हुए होली के पहले से दिल्ली में डटे हुए हैं।
वर्ष 2011 में अन्ना ने भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्ली में बड़ा आंदोलन किया था। उनके आंदोलन से देशभर में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ बड़ा संदेश गया था, जिसका असर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव पर भी दिखा और कांग्रेस सत्ता से बेदखल हो गई। अब फिर से अन्ना दिल्ली के रामलीला मैदान में सत्याग्रह करने जा रहे हैं।
इसे सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय समन्वय समिति बनाई गई है। समिति की नजर युवाओं पर है। इसके लिए कॉलेजों में विशेष तौर पर संपर्क अभियान चलाकर विद्यार्थियों को आंदोलन में शामिल होने को कहा जा रहा है। पिछले आंदोलन को सफल बनाने में भी युवकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी, इसलिए इस बार भी इन्हें जोडऩे की कोशिश हो रही है।
ऐसे में एसएससी परीक्षा में धरने पर बैठे छात्र इस सत्याग्रह को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इनके धरने के लंबा खिंचने के पीछे भी यह एक वजह बताई जा रही है। अन्ना खुद धरना स्थल पर पहुंचकर छात्रों की मांग को सही ठहरा चुके हैं। छात्रों को समर्थन दे रहे स्वराज इंडिया के अधिकांश नेता अन्ना आंदोलन से निकले हुए हैं।
छात्रों के आंदोलन को खत्म करने के लिए दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी होली वाले दिन से ही सक्रिय रहे हैैं। वह आंदोलनकारी छात्रों को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मिलवा चुके हैं। उनका कहना है कि छात्रों की मांग मानते हुए एसएससी परीक्षा में अनियमितता की जांच सीबीआइ से कराने की घोषणा हो चुकी है। इसके बावजूद अपने सियासी लाभ के लिए कुछ लोग छात्रों को भड़का रहे हैं। कई अन्य भाजपा नेताओं ने भी छात्र आंदोलन जारी रहने पर सवाल उठाया है।
वहीं, स्वराज इंडिया का आरोप है कि भाजपा छात्र आंदोलन को खत्म करने की साजिश रच रही है। लेकिन, वे अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं। देश के विभिन्न हिस्से से युवा इस आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं।