
‘वर्ष 2014 से पहले देश में एक सिलिंडर के लिए रात 12 बजे से कतारें लगनी शुरू हो जाती थीं। सिलेंडर मिले या न मिले, पर लोगों पर लाठियां जरूर बरसती थीं। आज घर बैठे मुफ्त कनेक्शन मिल रहा है।’ यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार प्रदेश में उज्ज्वला योजना 2.0 का शुभारंभ करते हुए कही।
मुख्यमंत्री योगी ने लखनऊ में वर्चुअली प्लेटफार्म के जरिए उज्ज्वला 2.0 योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि यह योजना हमारी माताओं, बहनों को चूल्हे के धुएं से आजादी दिलाकर उनकी सेहत का ख्याल रख रही है तो दूसरी ओर ईंधन की व्यवस्था करने की दुश्वारी, बरसात के महीनों में गीली लकड़ी की समस्या और रसोई घर में घंटों रहने की मजबूरी से भी निजात दिलाई है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के पहले चरण की शुरुआत बलिया से हुई थी तो दूसरे चरण के शुभारंभ के लिए भी प्रधानमंत्री ने महोबा को चुना। योजना में मुफ्त कनेेक्शन के साथ पहला रिफिल गैस सिलिंडर भी निशुल्क दिया जा रहा है। योजना के दूसरे चरण में देश में 01 करोड़ अतिरिक्त कनेक्शन प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। कार्यक्रम में खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ‘धुन्नी सिंह’ अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी मीना आदि मौजूद रहे।
जो छूट गए थे उन्हें भी मिलेगा लाभ
सीएम ने कहा कि इस चरण में विशेष प्रावधान किया गया है। जो लोग पहले पते के प्रमाण के अभाव में इस लाभ से वंचित रह गए थे इस बार उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि सबको योजना का लाभ मिले। कार्यक्रम के दौरान ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ पर केंद्रित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी।
दस जिलों को मिलेगा लाभ, महिलाओं से किया संवाद
उज्ज्वला 2.0 में प्रदेश के सोनभद्र, बांदा, महोबा, चित्रकूट, रायबरेली, हरदोई, बदायूं, अमेठी, फतेहपुर एवं फर्रुखाबाद जिलों पर फोकस किया गया है। सीएम ने यहां की लाभार्थी अर्चना (अमेठी), रोशनी, प्रियंका (चित्रकूट), प्रीती साहू, साफिया (बांदा), रानी (सोनभद्र), शिव दुलारी, आमीना (रायबरेली), कल्पना, खुशबू गुप्ता (महोबा), रीना (बदायूं), सरिता देवी (फतेहपुर) से संवाद किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ ईंधन का अर्थ स्वास्थ्य के लिए उत्तम ईंधन है। रसोई गैस एक स्वच्छ ईंधन है।