भाजपा का गढ़ रही है सरगुजा लोकसभा सीट, कांग्रेस देगी कड़ी टक्कर

छत्तीसगढ़ की सरगुजा लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है। सरगुजा लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं जिनमें से प्रेमनगर, भाटगांव, प्रतापपुर, रामानुजगंज, सामरी, लुंड्रा, अंबिकापुर, सीतापुर शामिल हैं। आदिवासी बहुल सरगुजा में पांच जिले सरगुजा, जशपुर, कोरिया, बलरामपुर और सूरजपुर आते हैं।

सरगुजा लोकसभा सीट पर पिछले 4 बार से भाजपा का ही कब्जा है। वर्तमान में कमलभान सिंह मराबी यहां से सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में मराबी ने कांग्रेस उम्मीदवार राम देव राम को करीब डेढ़ लाख वोटों से हराकर यहां से शानदार जीत हासिल की थी।

सरगुजा जिले का अंबिकापुर राज्य के सबसे पुराने शहरों में से एक है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान श्रीराम वनवास के दौरान सरगुजा आए थे।अंबिकापुर विधानसभा सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव का मजबूत गढ़ मानी जाती है। सरगुजा के राजपरिवार से संबंध रखने वाले टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक हैं।

माना जा रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की मजबूत होती स्थिति और 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में भाजपा की करारी हार के बाद पार्टी को सरगुजा समेत अपनी सभी लोकसभा सीटें बचाने के लिए किसी चमत्कार का ही इंतजार है।

वर्तमान सांसद :  कमलभान सिंह मराबी  (BJP)

प्रतिद्वद्वी और पार्टी : राम देव राम  (Congress)

2014 में भाजपा को मिले वोट :  5,85,336

2014 में कांग्रेस को मिले वोट :  4,38,100

2014 चुनाव में जीत का अंतर :   1,47,236

नोटा दबाने वालों की संख्या :   31,104

2014 चुनाव में पुरुष मतदाता : 771,303

2014 चुनाव में महिला मतदाता : 751,769