Site icon Overlook

गोरखनाथ मंदिर में सभी लोग समान, वीआईपी भी ‘आम’

गोरखनाथ मंदिर में वीआईपी भी ‘आम’

मुख्य गेट पर पुलिस पिकेट को नोट कराना होगा अपना ब्योरा

संवाद न्यूज एजेंसी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा के खतरों को देखते हुए अब गोरखनाथ मंदिर में वीआईपी गाड़ियों को भी सीधे प्रवेश नहीं मिलेगा। मुख्य गेट पर सुरक्षा में लगी पुलिस पिकेट को अपना नाम, गाड़ी नंबर व मोबाइल नम्बर लिखवाना पड़ेगा। आगंतुक से पूछताछ के बाद संतोषप्रद जवाब मिलने पर ही सुरक्षाकर्मी उन्हें अंदर जाने की अनुमति देंगे।

विभिन्न खुफिया एजेंसियों से मिल रहे इनपुट के आधार पर गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था दिन प्रतिदिन कड़ी हो रही है। नई व्यवस्था के तहत मंदिर के अंदर प्रवेश करते ही पुलिसकर्मी गाड़ियों को रोककर नाम, पता एवं गाड़ी का नम्बर रजिस्टर पर दर्ज कर रहे हैं। आम आदमी को मेला परिसर में गाड़ी पार्क करने के लिए कहा जा रहा है। वहीं वीआईपी व्यक्ति का नाम, गाड़ी का नम्बर व पता रजिस्टर में दर्ज हो रहा है। पुलिसकर्मियों द्वारा पूछताछ के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है।

वीआईपी गेट पर बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था

मुख्यमंत्री के आवास और कार्यालय जाने के लिए एक वीआईपी गेट है। वहां की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। गेट से कोई विशेष व्यक्ति जाना चाहता है तो वहां तैनात सुरक्षाकर्मी सीधे मंदिर के कार्यालय बात करेंगे। संबंधित व्यक्ति का नाम बताएंगे। वहां से अनुमति मिलने पर उन्हें अंदर जाने की इजाजत मिलेगी।

मुख्य गेट में बैठे रहते हैं पुलिसकर्मी

मंदिर के मुख्य गेट पर जिन पुलिस वालों की तैनाती की गई है, वे अपनी कुर्सी से उठ नहीं रहे हैं। ऐसे में वाहन से आने वाले लोगों को स्वयं जाकर गाड़ी का नम्बर, नाम और पता नोट कराना पड़ रहा है। इससे सुरक्षा में बड़ी चूक हो सकती है। कोई भी गलत जानकारी लिखवाकर अंदर दाखिल हो सकता है। इस आशंका पर पुरानी व्यवस्था में बदलाव किया गया है। नई व्यवस्था के तहत पुलिसकर्मियों को स्वयं गाड़ी तक पहुंचकर प्लेट देखने के बाद ही नंबर सहित अन्य जानकारियां दर्ज करनी है। इससे कोई भी वाहन चालक, गलत जानकारी दर्ज नहीं करा सकेगा।

Exit mobile version