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सिवान, गोपालगंज और पटना के लोग पासपोर्ट बनवाने में सबसे आगे बिहार से विदेश जाने की लगी कतार

बिहार से रोजगार के लिए विदेश जाना कोई नई बात नहीं है। अंग्रेजी राज के दौरान जब परिवहन की सुविधाएं बेहद खराब और नौकरियों में खूब शोषण हुआ करता था, तब भी बिहार के लोग मारिशस और त्रिनिदाद जैसे गुमनाम द्वीपों पर भी जाने से नहीं चूके। यह सिलसिला अब भी जारी है। हालांकि अब स्थितियां बदली हैं और लोग अधिक बेहतर की चाहत में रोजगार के लिए विदेश जा रहे हैं। कोरोना की स्थिति में सुधार होते ही इस वर्ष पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। यहां आपको पता लगेगा कि राज्‍य के किस जिले के लोग विदेश जाने के लिए कितने अधिक उत्‍साहित हैं। बिहार से विदेश जाने वालों में ज्‍यादातर तादाद रोजगार करने वाले लोगों की ही रहती है। पटना के पासपोर्ट कार्यालय के मुताबिक गत वर्ष के मुकाबले वर्ष 2021 में बिहार में 22 हजार ज्यादा लोगों ने अपने पासपोर्ट बनवाए। इस दौरान सिवान जिले में सबसे ज्यादा 16283 लोगों के पासपोर्ट बनाए गए। जबकि इस मामले में गोपालगंज दूसरे और पटना तीसरे नंबर पर रहा। वर्ष 2020 की शुरुआत में कोरोना ने पांव पसारना शुरू कर दिया था। इसके चलते रोजगार के लिए विदेश जाने के इच्छुक भारतीय देश में ही रहने को मजबूर हो गए थे। पर्यटन उद्योग भी पूरी तरह ठप हो गया था। इसका असर पासपोर्ट बनवाने पर पड़ा। पासपोर्ट कार्यालय के मुताबिक वर्ष 2020 में जनवरी से जुलाई के बीच करीब एक लाख चार हजार लोगों ने पासपोर्ट बनाने का आवेदन दिया था। उनमें एक लाख दो हजार लोगों के पासपोर्ट बनाए गए। जबकि सात महीने की इसी अवधि में वर्ष 2021 में एक लाख 35 हजार 759 आवेदनों में से एक लाख 22 हजार 195 लोगों के पासपोर्ट निर्गत किए गए। इस दौरान सिवान में 16283, गोपालगंज में 14022 और पटना में 11656 लोगों ने पासपोर्ट बनवाए। इन जिलों से काफी संख्या लोग रोजगार के सिलसिले में विदेश जाते हैं।

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