अहमदाबाद, प्रेट्र। गुजरात के भावनगर जिले में राज्य विद्युत कंपनी द्वारा भूमि अधिग्रहीत किए जाने से नाराज 5000 से अधिक लोगों ने ‘इच्छा मृत्यु’ की अनुमति मांगी है। किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे किसान संगठन के एक नेता ने मंगलवार को यह दावा किया।
गुजरात खेदुत समाज के सदस्य नरेंद्र सिंह गोहिल ने कहा, ’12 प्रभावित गांवों के किसान और उनके परिवार के सदस्यों सहित कुल 5259 लोगों ने ‘इच्छा मृत्यु’ देने को कहा है।’ किसानों और उनके रिश्तेदारों की ओर से हस्ताक्षरित पत्रों को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गुजरात के मुख्यमंत्री को भेजा गया है।
भावनगर के जिलाधिकारी हर्षद पटेल ने कहा कि किसानों ने ये पत्र कलेक्ट्रेट की रजिस्ट्री शाखा में भेजे हैं जिसमें ‘इच्छा मृत्यु’ की मांग की गई है।
गुजरात में नर्मदा बांध का जल स्तर कम होने से यहां बसा हाफेश्वर गांव सालों बाद फिर से दिखने लगा है। छोटा उदेपुर जिले का यह गांव 16-17 साल पहले डूब क्षेत्र में आ गय था। जिसके बाद यहां की सभी बस्तियों को खाली करवा दिया गया था। वहीं कुछ हफ्ते पहले से ही हाफेश्वर गांव के मंदिर का शिखर भी दिखने लगा है। इसके अलावा आसपास का इलाका भी अब नजर आ रहा है।
यहीं के एक विस्थापित का कहना है कि पहले नदी के आसपास के पहाड़ों तक पानी था लेकिन अब ये पानी घटने लगा है।बांध के कारण डूबे इस गांव में सालों पहले कच्चे घर और पांच से छह बस्तियां हुआ करती थीं। इस साल बांध का पानी 70 फुट तक कम हो गया है। साथ ही नदी का पट भी 1000 मीटर तक सूख चुका है।
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