हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट पर ‘भड़ाना फैक्टर’ से गड़बड़ाएगा गणित

फरीदाबाद । उत्तर प्रदेश के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अवतार भड़ाना ने फरीदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। भड़ाना 2014 में कांग्रेस प्रत्याशी थे, वे भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर से चुनाव हार गए थे। फिर वे हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले इनेलो में शामिल हुए और दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में आ गए।

भाजपा के टिकट 2019 के चुनाव में किसे मिलेगी? यह तो भविष्य के गर्भ में है मगर भड़ाना के दावे से फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण बदलने के आसार हैं। फरीदाबाद में भाजपा के दो गुट हैं, इनमें एक का नेतृत्व कृष्णपाल गुर्जर करते हैं और दूसरे का राज्य के उद्योग मंत्री विपुल गोयल।

माना जा रहा है कि भड़ाना की घोषणा से लोकसभा क्षेत्र की नौ सीटों पर भाजपा से टिकटार्थी अब इन गुटों में बंट जाएंगे। राज्य की राजनीति में 2014 के विधानसभा चुनाव तक केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और उद्योग मंत्री विपुल गोयल की नजदीकियां किसी से छुपी नहीं थीं। इसके बाद दोनों की अनबन भी स्पष्ट है।

बदले राजनीतिक समीकरणों के मद्देनजर राजनीतिक पंडित मान रहे हैं कि विपुल और कृष्णपाल फिर से एक हो सकते हैं। फिलहाल विपुल गोयल का झुकाव अवतार भड़ाना की ओर है। अवतार भड़ाना के बड़े भाई करतार भड़ाना हरियाणा व उत्तर प्रदेश से तीन बार विधायक तथा हरियाणा में मंत्री रह चुके हैं। खुद करतार बेशक अभी चौधरी अजीत सिंह के साथ हैं मगर उनका कहना है कि वे भी फरीदाबाद से टिकट के दावेदार हैं।

चौधरी अजीत सिंह को विपक्ष के महागठबंधन में कितनी सीट मिलती हैं, यह सब उसके बाद तय होगा। करतार के बेटे मनमोहन भड़ाना कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला के करीबी हैं।

पूर्व मंत्री करतार भड़ाना का कहना है कि मैं अभी चौधरी अजीत सिंह की पार्टी में हूं और जनता की आवाज सुनकर मेरा मन भी फरीदाबाद से चुनाव लड़ने का है मगर यदि अवतार को टिकट मिल जाती है तो फिर घर-परिवार में से एक ही चुनाव लड़ेगा। वैसे अभी राजनीतिक समीकरण बदलेंगे। कौन पार्टी कहां से किसे उम्मीदवार बनाएगी, यह तो किसी नेता को जानकारी नहीं है।

केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का कहना है कि भाजपा में टिकट पार्टी का संसदीय बोर्ड जनता की आवाज पर तय करता है। मैं पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के आदेशों पर चलता हूं। अवतार भड़ाना क्या कह और क्या दावा कर रहे हैं, इस पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी।