ऋषिकेश में गंगा ने पार की चेतावनी रेखा, दहशत में लोग

ऋषिकेश, [जेएनएन]: लगातार हो रही बारिश से अब परेशानियां बढ़ने लगी है। ऋषिकेश में गंगा ने सोमवार को सुबह नौ बजे चेतावनी रेखा को पार कर दिया है। उधर, बाढ़ ग्रस्त रायवाला के गोहरी माफी गांव में हालात और भी चिंताजनक होने लगे हैं। गौरी माफी गांव में 4 दिन पूर्व सौंग नदी व सुसवा नदी के उफान से बाढ़ के हालात बन गए थे।

सोमवार सुबह ऋषिकेश में गंगा के जलस्तर में भी भारी वृद्धि दर्ज की गई ह। रविवार रात्रि जहां गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा से करीब आधा मीटर नीचे था वही, प्रात नौ बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा 399.50 मीटर को पार कर गया है। गंगा का जलस्‍तर 339.53 मीटर हो गया। नदी का जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाकों में और बाढ़ का खतरा बन गया है। ऋषिकेश बद्रीनाथ व गंगोत्री राजमार्ग अभी खुले हैं।

गंगा का जलस्‍तर ऋषिकेश

(केंद्रीय जल आयोग ऋषिकेश ने जारी की आंकड़े)

सुबह 6 बजे – 339.40 मीटर

सुबह 7 बजे – 339.45 मीटर

सुबह 8 बजे – 339.50 मीटर

सुबह 9 बजे – 339.53 मीटर

चेतावनी रेखा – 339.50 मीटर

खतरा रेखा – 340.50 मीटर

गौहरी माफी गांव में 400 परिवार पिछले 5 दिनों से कैद 

रायवाला के गौहरी माफी में बाढ़ से हालात चिंताजनक बनते जा रहे हैं। चारों ओर से नदियों से घिरे गौहरी माफी गांव में 400 परिवार पिछले 5 दिनों से कैद हैं। समय पर बाढ़ सुरक्षा इंतजाम न होने के कारण इस वर्ष फिर से गौहरीमाफी के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सौंग व सुसवा नदी समेत गंगा के जलस्तर में हुई भारी वृद्धि से गांव में पानी घुस आया है।

लोग अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो गए हैं। पिछले 6 दिनों से ग्राम सभा गौहरी माफी के करीब 30 बीघा से ज्यादा किसानों की भूमि बह गई है। गांव से बाहर जाने के सारे रास्ते बाढ़ से बंद हो चुके हैं। गांव में रोजमर्रा की चीजों के लिये भी ग्रामीणों को मोहताज होना पड़ रहा है। बाढ़ से अब तक 2 मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। शासन प्रशासन ने ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए है। एसडीआरएफ ने बीते रोज चार बीमार लोगों व एक मृतक को जेट बोर्ड के जरिए बाहर निकाला था।

लगातार 5 दिनों से बाढ़ में घिरे गौहरी माफी गांव में अब खाद्यान्न का संकट गहराने लगा है। यही नहीं लोगों की रसोई गैस व अन्य जरूरतों का सामान भी खत्म हो गया है। गांव में बिजली न होने के कारण संचार सुविधा भी ठप होती जा रही है। सौंग नदी के उफान से यहां स्थित मां आनंदमई स्कूल व एक कैंसर हॉस्पिटल के नजदीक भी भू कटाव शुरू हो गया है। फिलहाल नदियों का जल स्तर सामान्य होने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे ग्रामीण हैरान और परेशान है।