उत्‍तराखंड में राहत के आसार नहीं, भारी बारिश की चेतावनी

देहरादून: बीते 24 घंटे से उत्तराखंड में रुक-रुक कर हो रही बारिश से जन-जीवन पटरी से उतर गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार को भी राहत की उम्मीद नहीं है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक कहीं-कही भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए शासन ने भी एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत आपदा प्रबंधन से जुड़ विभागों को सजग रहने के आदेश दिए गए हैं, वहीं यात्रियों और नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।

दून में 24 घंटे में 172 एमएम बारिश

देहरादून जिले में रविवार को शुरू हुआ बारिश का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। इस दौरान 24 घंटे में 172 और हरिद्वार में 189 मिलीलीटर बारिश रिकार्ड की गई। जबरदस्त वर्षा से शहर में सड़कें दरिया में तब्दील हो गईं। रिस्पना, बिंदाल, सौंग और टौंस नदियां उफान पर हैं। पर्वतीय क्षेत्रों के कई इलाके मुख्यालय से कट गए हैं। हालात को देखते हुए जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने सुबह स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया।

बदरीनाथ हाईवे तीसरे दिन खुला

रविवार की दोपहर बदरीनाथ के पास लामबगड़ में बंद हाईवे मंगलवार सुबह खोला जा सका। प्रशासन ने करीब पांच सौ यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर रोका हुआ था, जिन्‍होंने राहत की सांस ली। शनिवार शाम सात बजे से बंद गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार सुबह 10 बजे यातायात बहाल किया जा सका। हालांकि कई स्थानों पर अब भी मलबा आ रहा है। यमुनोत्री हाईवे पर अब भी आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। आलम यह है कि प्रदेश में 120 से ज्यादा  मार्ग बंद होने से करी ब 500 से ज्यादा गांवों का संपर्क मुख्यालयों से कटा हुआ है।

उफान पर नदियां

प्रदेश में नदियों के उफान ने मुश्किलों में और इजाफा कर दिया है। गंगा के अलावा गढ़वाल मंडल में पिंडर, मंदाकिनी, नंदाकिनी के वेग से लोग भयभीत हैं। जबकि कुमाऊं में गोरी, शारदा, सरयू का जलस्तर बढ़ रहा है और काली नदी खतरे के निशान के पास बह रही है। बरसाती नदियों के उफान से बहे पुलों के कारण कई गांवों के लोग घरों में ही कैद होने को मजबूर हैं।

हरिद्वार में गंगा का जलस्‍तर चेतावनी रेखा के पास पहुंचा

हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा पर पहुंच गया। इस वक्त जलस्तर 293 मीटर पर है, जबकि खतरे का निशान 294 मीटर पर है। बीती रात करीब 12 बजे यह चेतावनी रेखा 293 के नीचे 292.80 मीटर पर था। प्रसाशन ने रात को ही अलर्ट जारी कर दिया था। फिलहाल किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं बताई जा रही है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंतुरा ने बताया अलर्ट जारी है। लक्सर की स्थिति को देखते हुए सभी को तैयार रहने को कहा गया है।

नैनीताल में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद

ज्योलिकोट कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरभट्टी बेली ब्रिज के समीप भारी पहाड़ी में भारी भूस्खलन से बंद हो गया है। कल शाम भी इस सड़क पर मलबा आया था। आज सुबह साढ़े नौ बजे पहाड़ी दरकी तो सड़क अवरुद्ध हो गई। जिससे मार्ग पर आवाजाही ठप हो गई। जिला पंचायत सदस्य डॉ हरीश बिष्ट ने इसे एनएच की लापरवाही करार देते हुए उच्चस्तरीय जांच मांग की है। इधर एनएच की ओर से मलबा हटाने को दो जेसीबी लगाई गई हैं।