जम्‍मू कश्‍मीर के हंदवाड़ा में भीषण मुठभेड़, एक सैन्यकर्मी शहीद

श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के करालगुंड, हंदवाड़ा में शुक्रवार को एक भीषण मुठभेड़ में एक सैन्यकर्मी शहीद हो गया। इस बीच, हाजिन बांडीपोर में मुठभेड़ के दौरान शरारती तत्वों द्वारा सुरक्षाबलों पर किए गए पथराव की आड़ में चार आतंकी कथित तौर पर बच निकले। लेकिन पूरे इलाके में तनाव और हिंसक झढ़पों को देखते हुए संबधित प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है।

यहां मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह सेना की 32 आरआर के जवानों ने करालगुंड के पास स्थित काचलू गांव में आतंकियों के छिपे हाेने की सूचना पर घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। जवान जैसे ही तलाशी लेते हुए गांव के बाहरी छोर पर पहुंचे तो वहां एक जगह छिपे आतकियों ने उन पर राइफल ग्रेनेड दागते हुए अपने स्वचालित हथियारों से फायरिंग की।

जवानों ने भी अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। इस दौरान एक जवान गंभीर रुप से घायल हो गया, जो अस्पताल में अपने जख्मों की ताव न सहते हुए चल बसा।

संबधित अधिकारियों ने शहीद जवान का नाम राइफलमैन रामबाबू साही बताया है। उन्होंने बताया कि करीब 40 मिनट तक दोनों तरफ से गोलियों का आदान प्रदान हुआ है और उसके बाद आतंकियों की तरफ से गोलियों की बौछार बंद हो गई। आतंकी वहां से भागने में कामयाब रहे हैं, लेकिन उन्हें पकड़ने के लिए पूरे इलाके में तलाशी अभियान को जारी रखा गया है।

इसी दौरान, हाजिन बांडीपोर के मीर मोहल्ले में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना और पुलिस के एक संयुक्त कार्यदल ने तलाशी अभियान चलाया। वहां लश्कर के चार आतंकियों के छिपे होने की सूचना थी। सुरक्षाबलों ने जैसे ही एक जगह आतंकियों को घेरा, मुठभेड़ शुरू हो गई। लेकिन इसके साथ ही पूरे इलाके में राष्ट्रिवरोधी नारेबाजी के साथ जुलूस शुरु हो गए। बड़ी संख्या में युवक मुठभेड़ स्थल पर जमा होने लगे और उन्होंने आतंकियों को सुरक्षित भगाने के लिए पथराव किया।

सुरक्षाबलों ने पहले तो संयम बनाए रखा। लेकिन जब पथराव की तीव्रता बड़ने लगी तो पुलिस कर्मियों ने भी आंसू गैस और लाठियों का इस्तेमाल कर भीड़ को खदेड़ने का प्रयास किया। इसके बाद वहां हिंसक झढ़पों का दौर शुरु हो गया।

हालांकि अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन संबधित सूत्रों ने दावा किया है कि हिंसक झढ़पों के दौरान चारों आतंकी भाग निकले हैं। संबधित प्रशासन ने पूरे इलाके में घेराबंदी को सख्त करते हुए अफवाहो पर काबू पाने के लिए इंटरनेट सेवाओं के भी बंद कर दिया है।