नई दिल्ली [जेएनएन]। पिछले बीस बाइस दिनों से गरमाई दलित राजनीति और विपक्ष के हमलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पलटवार के लिए शायद सही वक्त और सही मंच का इंतजार कर रहे थे। चुप्पी तोड़ी तो कुछ इस कदर कि सवाल पूछ रही कांग्रेस को अब खुद को पाकसाफ साबित करने के लिए पसीना बहाना होगा।
अन्याय नहीं होने दिया जाएगा
दलितों के मसीहा बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती से ठीक पहले उनकी याद में बनाए गए स्मारक का उदघाटन करने के साथ ही मोदी ने जहां दलितों और आदिवासियों को भरोसा दिलाया कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। वहीं कई उद्धरण पेश करते हुए यह भी बताया कि कांग्रेस ने हर मोड़ पर अंबेडकर को धोखा दिया। अब उनके नाम की माला जप रही है तो मजबूरी में।
अंबेडकर के साथ खड़े होने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे
पीएम इस मौके पर यह बताने से भी नहीं चूके कि उस वक्त भी अंबेडकर के साथ खड़े होने वाले जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे। उन्हें भारत रत्न दिलाने के वक्त भी भाजपा के अटल और आडवाणी थे। और अब जबकि भारत से लेकर लंदन तक उनकी यादों को समेटा और सहेजा जा रहा है तो भी केंद्र में भाजपा की ही सरकार है।